यख बिजाम जड्डु च माँ,
यन त रजै भी च अर कम्बलु भी च मेरा काख पर,
पर माँ तेरी खुखली की निवति ते,
यन त रजै भी च अर कम्बलु भी च मेरा काख पर,
पर माँ तेरी खुखली की निवति ते,
मि आज भी खौजणु छौं।
यन त पिताजि यख सब्बि साधन छन,
यन त पिताजि यख सब्बि साधन छन,
सुख सुबिधा मनोरंजना का,
पर पिताजि जू सुख घुघूति बसूदी मा छे, घुघ्घी मा छे,
पर पिताजि जू सुख घुघूति बसूदी मा छे, घुघ्घी मा छे,
मि आज भी वैते खौजणु छौं।
अब मि नि करलू जिद्द घुघूति बसूदी की,
अब मि नि करलू जिद्द घुघूति बसूदी की,
नि करलू जिद्द खुखलि की,
रैण द्या मैंते अपरा काख मा तुम,
रैण द्या मैंते अपरा काख मा तुम,
थौक गयुँ मि यख यखुलि यखुलि रैकि।
तुम तै भि त खुद लगदि ह्वालि म्यारि,
तुम तै भि त खुद लगदि ह्वालि म्यारि,
त क्या पै बोला हमुन दूर रैकि?
-अक्स
हिंदी अनुवाद ------------------------------------------------------------------------------------------------
यहाँ बहुत ठंड है माँ,
वैसे तो रजाई भी है और कम्बल भी है मेरे पास,
पर माँ तेरे गोद की गर्माहट को,
मैं आज भी खोज रहा हूँ।
वैसे तो पिताजी यहाँ सभी साधन हैं, सुख सुविधा मनोरंजन के,
पर पिताजी जो सुख "घुघूती बसूदी" में था, आपकी पीठ की सवारी में था,
मैं आज भी उसे खोज रहा हूँ।
मैं अब नहीं करूँगा जिद घुघूती बसुदी खेलने की,
न ही गोद में बैठने की जिद करूँगा।
मेरे को बस अपने पास रहने दो आप,
मैं थक गया हूँ यहाँ अकेले अकेले रह कर।
आपको भी तो मेरी याद आती होगी,
तो बोलो क्या पाया हमने एकदूसरे से दूर रह कर।
-अक्स
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