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सोमवार, 29 अगस्त 2016

ज़िन्दगी और देहरादून


भागमभाग ही है अब बस ज़िन्दगी में,
कभी कोई तो सुकून वाली बात हो जाए।

कलमंठु का गोम्पा हो या शिव मंदिर की शांति,
सहस्त्र धारा हो या हो गुच्चू पानी की मस्ती,

                कुछ तो ज़िन्दगी में राहत की बात हो जाये।            
   चलो कुछ यूँ करें इस बार 'अक्स',

इस बारिश के बाद एक इवनिंग वॉक हो जाए,
थोड़ा सा थुक्पा, थोड़ा सा मोमोस का साथ हो जाये,

हाथो में हाथ लिए, यूँ ही टहलते हुए रात हो जाये,
ज़िन्दगी देहरादून,
और राजपुर रोड़ सी इसकी हर इक बात हो जाये।
                                         
                                     - अतुल सती 'अक्स'

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